स्याही लगी लोमडी एक विशाल खिलौने के लिए अपनी किंकी लालसा की खोज करती है, उसे अपने उग्र क्षेत्रों में गहराई तक घुसाती है। आत्म-आनंद और अन्वेषण की यह अंतरंग मुठभेड़ एक निजी कक्ष में सामने आती है, कच्चे जुनून और असाधारण के लिए अतृप्त प्यास पर कब्जा कर लेती है।.